ॐ
क्या नाम दू ..या ..के .. ना नाम दूँ
कुछ कहु .. या ... के... कुछ ना कहूं
इबादत_ ए_असर भी कम हो जाता है
अक्सर इबारतों में ढल जाने के बाद |
चलो जाने दो ! यारों,....तुम अपनी कहो!
गर नशे में हूँ तो यूँ ही रहने दो मेरी दुआ
नशे में सही ; नशे का ख्याल तो पूरा है |
its a Sufi Dance / Rumi Dance ; whose dancing inside continues ... in every lover's heart .
Picture courtesy : Artist Khusro Subzwari ,
Awesome Sufi quotation
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