ये ही सच
देती है प्रेरणा , सिंह की सधी_गम्भीर_मस्तानी चाल ,
देती है प्रेरणा , सिंह की सधी_गम्भीर_मस्तानी चाल ,
तब तक ; जब तक कालकदम हमारी ओर न उठ रहें हो
पाखी लहरा के पंख फैला के आकाश को चूम रहा हो
.. आह ! अद्भुत उपमा से भरपूर सौंदर्य दिखता
गर चोंच का निशाना साधे, चाकू सा;
सीधा हमारे कंधे पे न गिरे !
.. आह ! अद्भुत उपमा से भरपूर सौंदर्य दिखता
गर चोंच का निशाना साधे, चाकू सा;
सीधा हमारे कंधे पे न गिरे !
पानी पे फिसलती रंगीन मछली में
जीवन का साहस सौंदर्य दर्शन दिखता
जीवन का साहस सौंदर्य दर्शन दिखता
गर खुले मुँह ,पैने दांतों औ गति
से हमको ना गटक रही हो
से हमको ना गटक रही हो
लहराते बलखाते नीले अगाध विस्तृत
समुंदर पे बरबस कवि दिल आ जाता
समुंदर पे बरबस कवि दिल आ जाता
गर मीलों ऊँची उठती ताकतवर लहरे ;
छोटी सी कश्ती को जीवन बक्शती हो ।
छोटी सी कश्ती को जीवन बक्शती हो ।
सा,रे से _नी,सा सात सुरों के बीच
मचलती.. गाती.. जाती है जिंदगी ;
मचलती.. गाती.. जाती है जिंदगी ;
सुंदर गीत है , ग़ज़ल है , चित्रकारी
या के नायब कोहिनूर है तभी तक
या के नायब कोहिनूर है तभी तक
जबतलक दुश्वारीओं _ मुश्किलातों में
जीने की इज़ाज़त.. देती जाती है जिंदगी
जीने की इज़ाज़त.. देती जाती है जिंदगी
सांस है तो आस है, आस में विश्वास है ,
विश्वास में ....जीती ...जाती है, जिंदगी ।
Om Pranam
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