ख़ुदा ऐसी खुदाई तू दे की ख़ुदा के सिवा कुछ दिखाई न दे !
खुदी को देखू , ख़ुदा देखूं और खुदी पे जाँनिसार हो जाये !!
बे-परवाह खुद से बे मुरव्वत मैं खुद को भूलूँ खुदाई भूलूँ
खुद को चाहूँ खुद को पूजूँ ,खुदी से खुशनुमा दैरोकरम हो जाये !!
खुद को देखूँ तो कायनात देखूँ , खुद को भूलूँ तो दो जहाँ भूलूँ
इनायत करम रहमत हो तो खुशगवार शोख दग़ीचा हो जाये !!
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