Tuesday, 20 May 2014

गोरखधंधा



वो वक्त था जब हमारे लिए शिव गले में जहर अटका लिए थे
आज तो अपनी जहरीली सांस बगल में छोड़ मुस्कराये जाते है !

wo wakt tha jab hamare liye shiv gale me jahar atka liye the 
aaj to apni jahreeli saans bagal me chhod muskaraye jaate hai  !

कृष्णा की बांसुरी पे वो नृत्य में सब भूल मग्न हो जाती थी
आज घरों में बंद बैठ के सलामती की प्राथना करते जाते है !

krishna kee bansuri pe wo nritya me sab bhool magn ho jati thi 
aaj gharo me  band baith ke salamati ki prarthna karte jaate hai !

वो वक्त था रावण भी था गजब दुष्टता सहित नैतिकता वाला
सीता को हर के भी वो उनकी इक्छा का सम्मान करता जाता था !

wo wakt tha ravan bhee tha gajab dushtata  sahit  naitikta vala 
sita  ko har ke bhi wo unki iksha ka samman karta jata tha !

भूल जाओ व्यक्ति के गुण अनुरूप लुटाना दिव्यता के खजाने को
आजकल रेडीमेड विधिया भली, उनपे पैसे भरपूर लुटाए जाते है !

bhool jao  vyakti ke gun anurup lutana  divyata ke khajane ko 
aajkal  readymade  vidhiyan bhali , unpe paise  bharpur lutaye jate hai !

वो वख्त , वो जज्बा कहाँ ! अब उनके पास मिटने मिटाने का
कुछ ले दे के सिखा दो,शिष्य और सद्गुरु बनते निकलते जाते है !

wo Wakt  wo jajba  kahan ! ab unke paas mitne mitane ka 
kuchh le de ke  sikha do , shishya aur sdguru bante nikalte jate hai !

हर गली हर नुक्कड़ पे मिल जायेंगे करामाती दवाएँ देने वाले
तुम लूटने को तैयार हो गर तो बस उनका खेल शुरू होते जाते है !

hr gali hr nukkad pe mil jayenge  karamati dawayen dene vale 
tum lutne ko tayraa  ho gr , to bus unke khel shuru hote jaate hai !

रहमत  है  उसकी  की  कुछ  अच्छाईयां  बा-दस्तूर  सलामत  है
बागीचों  में  फूल  सिर्फ  नकली  नहीं  असली  भी होते जाते है !

rahmat hai uski  ki kuchh achayiyan ba-dastur  salamat hai 
bageechon me phool sirf nakli  nahi asli bhi hote jaate hai ! 


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