Tuesday, 23 September 2014

सोचो तो एक बार जरा !




दोस्तों किसकी पूजा करते हो !
सोचो तो एक बार जरा

ऊर्जा ! शक्ति ! या के भक्ति की
किसकी पूजा करते हो ?

हर साल जन्म से ले मृत्यु तक
किसको माला पहनाते हो

चाहतों कामनाओ वासनाओ का
किसका आह्वाहन करते हो

भाव से ज्ञान से श्रद्धा से किसको
भावसुमन अर्पण करते हो

अक्षत किसको लगाते किसको
लड्डू का थाल दिखाते हो

तत्व को ! या उस परा तत्व को
जिसको जरुरत ही नहीं

जो मात्र भाव से खड़ा हो जाता
उसको साधना चाहते हो

क्या चाहते हो उस से सच में
सोचो तो एक बार जरा

Om Devi



Ya devi ... sarv bhuteshi .... gyan rupen sansthita
namastasye namastasye namastasye namo namh
या देवी सर्वभूतेषु ; ज्ञान रूपेण संसस्थिता 
नमस्तस्ये नमस्तस्ये नमस्तस्ये नमोनमः

1 comment:

  1. Keep wise difference in decoration and actual in worship .. actual is same as vast in brahmand and tiny as natural in seed , rest of all decoration and for some extent Indicative pointer towards energy ... Om

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