तुम्हे क्या लगता है स्वप्न सम्बंधित है-
संस्कारो, मानसिकता, या घटी घटना से ?
या मन की गुत्थी स्वप्न से देती है सुलझन
जादुई संसार से चेतना पूरी करती इक्छायें
घना मन विज्ञान गहनतम आत्मिक ज्ञान
मन बुद्धि पार आती इन संकेतो की धार
मनोविज्ञान से महीन ; कोई स्वप्न है जो
जुड़ा है सीधा प्रकृति और उसकी क्रिया से
सरल-प्रकृति नहीं ,ये माया ही भ्रम देती है
परम-संकेत देखो कैसे माया उलझा देती है
देखो ! जियो ! समझो ! जानो ! रे जागरूक
स्व छन्नी सर्वदा साफ़ और तैयार रखना
उलझनों के स्वप्न जिज्ञासाओं के स्वप्न
माया के स्वप्न पूर्व सही पीड़ाओं के स्वप्न
इक्षाओं के स्वप्न आधे जीवन के स्वप्न
अनेकनेक स्वप्न आते निद्रा के वाहन पे
इन्ही स्वप्नों में एक स्वप्न है संकेत-भरा
माया के स्वप्न पूर्व सही पीड़ाओं के स्वप्न
इक्षाओं के स्वप्न आधे जीवन के स्वप्न
अनेकनेक स्वप्न आते निद्रा के वाहन पे
इन्ही स्वप्नों में एक स्वप्न है संकेत-भरा
जैसे फूलों का खिलना , महक का बिखरना
फल बगीचा या फलमध्य बीजों का दिखना
फल बगीचा या फलमध्य बीजों का दिखना
जंगल में भटकना प्रकाश रास्ते का दिखना
नित्य उठते स्वप्न की वास्तविकता समझ
नित्य उठते स्वप्न की वास्तविकता समझ
गर्भ प्रदेश स्वप्न में आये अवश्य ही अर्थ है
गुहा का गहन द्वार दिखे ,अंदर चले जाना
गुहा का गहन द्वार दिखे ,अंदर चले जाना
वहां कोई आकृति नहीं शक्ति का हो दर्शन
फिर अचानक गहरे मौन सन्नाटा छा जाना
फिर अचानक गहरे मौन सन्नाटा छा जाना
ऊंंची उठती विशाल लहर से वो खेलखेलना
लड़ना कभी थक किनारे पे पुनः आ बैठना
लड़ना कभी थक किनारे पे पुनः आ बैठना
प्रिय साक्षी,सावधान स्वप्निक घटितक्रम से
अपनाना आत्मसात करना जरा जागरण से
अपनाना आत्मसात करना जरा जागरण से
Indication are just indication and whole life is itself Indication Only as dreams we see in sleep , don't trap in myths leave it don't give much attention ... cos , things already planned by Source ... so just live and enjoy .. rest of all thy work ..
Its not our's choice to divide us in duality and watching dreams or live of desire of salvation .. its Source's karma and once he know its duality (even he also start running in different names and forms in love and in search of counterparts eg ; krishna - Radha , Ram-sita , Shiva - shakti and more alike Meera to Krishna example are many of attractions and running )
I trust ; thy magnetism is on work , to do search and do attach his throwing counter parts ..
we are Only in rotation due to detached with him and also attracted by thy with his magnet-power Only .
In short ; No worries and be happy , nothing have to do accept rotation, rest of all taking care by thy self . cos we are not our , we are of their.
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