Monday 18 August 2014

योगी सरलतम



वास्तविक  योगी  सरलतम फूल
योग सरलतम योगशाला जीवन

जानना यूँ की  कुछ जानना नहीं
पाना कुछ यूँ की सब खो डालना

सोना यूँ की योगी ज्यूँ जाग उठा
उठो यूँ बेगाना सब पहचाना नहीं

खाना यूँ की  निवाला आखिरी है
सांस एक एक लेना यु धीरे  धीरे

जीवन शक्ति  ये इस जीवन की
प्रेम यूँ करो  पहले खुद से महको

फिर महका दो सारे गुलशन को
मिलना यूँ की  जैसे एक जान हो

रहो जब तक जियो प्रेम के लिए
छोड़ चल देना जैसे पहचान नहीं

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