Sunday, 1 June 2014

ऐे " दोस्त " ( Happy Feet 24 * 7)





हुनरदार है हम बेशुमार अक्ल रखते है उम्र कम तो क्या तजुर्बा बेहिसाब रखते है !! न समझो की हमको जीने का शऊर नहीं बहुत कुछ समझते है और पहचान रखते है !!

मालूम बहुत ओ जानने का अरमान भी 
बस भूलने का हुनर, याददाश्त कम रखते है !!


कुछ भी सिखा यूँ बज्म से उठ न पाओगे 
पिछला वो पाठ अब तलक याद करके बैठे है !!


ऐे " दोस्त " जरा उनके मिजाज तो देखिये 
कैसे - कैसे ख्याल लोग कैफियत के लिए बैठे है !!


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Happy Feet 24 * 7

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