धड़कन के धागे में पिरो
वो सौगात मुझे दे गया
सीने पे रखा हाथ अपना
उँगलियों के पोरों में बैठ
आहिस्ता सब कह गया
इस दिल का संगीत तेरा
सुर्ख दौड़ता लहू भी तेरा
जीवन के लिए दिल का
संकुचन तेरा बारम्बार
बीज सदृश् बनना होगा
और उसी जीवन के लिए
मेरा विस्तार तेरा हुआ
मुझे दोबारा छूने के लिए
दिल में लहू भरना होगा
तुझे श्वांस देता हु अपनी
लय देता हूँ अपनी तुझे
धड़कन की ताल बना के
जीने का राग देता हूँ तुझे
याद रखना तेरा नहीं कुछ
मुझे ही वापिस देना होगा
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