रे मन बता
कैसे बहलाऊँ तुझे
कौन धुन पे तू झूमता
कौन गीत गा रिझाऊँ
कैसे बहलाऊँ तुझे
कौन धुन पे तू झूमता
कौन गीत गा रिझाऊँ
रे मन बता
कौन रंग दिखलाऊँ
कौन सा चित्र बनाऊं
कौन से सच्चे रंग भरूँ
कौन रंग दिखलाऊँ
कौन सा चित्र बनाऊं
कौन से सच्चे रंग भरूँ
रे मन बता
कौन सी कथा सुनाऊँ
सच को कहती परियां
या सच में रहती दुनियां
कौन सी कथा सुनाऊँ
सच को कहती परियां
या सच में रहती दुनियां
रे मन बता
कौन व्यथा साँझा करूँ
के दिल धड़कना न भूले
सपने छलकना भूले नहीं
कौन व्यथा साँझा करूँ
के दिल धड़कना न भूले
सपने छलकना भूले नहीं
रे मन बता
खुमारी कौन सी सुहाएगी
नशा चढ़ के जो उतरे नहीं
या उतरे इक बार चढ़े नहीं
खुमारी कौन सी सुहाएगी
नशा चढ़ के जो उतरे नहीं
या उतरे इक बार चढ़े नहीं
रे मन बता
गेरु रंग ओढ़े धानी-मन
श्वेत देह बसे गुलाबी मर्म
नीला प्रकाश रहे अन्तस् में
गेरु रंग ओढ़े धानी-मन
श्वेत देह बसे गुलाबी मर्म
नीला प्रकाश रहे अन्तस् में
रे मन बता
खगोली हंसी युक्त व्योम
हंसी पे अट्टहास करते तुम
झेन गूंज जेहन से गई नहीं
खगोली हंसी युक्त व्योम
हंसी पे अट्टहास करते तुम
झेन गूंज जेहन से गई नहीं
Lata Tewari
2 August at 17:29
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