ૐ
तेरा काँटा, तेरी तौल, हिसाब किताब भी तेरा
रहमत तेरी मुश्किलें तेरी, जैसे चाहे नवाजे तू
नियामतों से इंसानी गरूर का वजन बढ़ता है
ऐवज में तेरे लेने से मगरूर का सर झुकता है
संतुलन दो पलड़े बीच, ऐसा भी होता देखा है
जन्मो का हिसाब किताब 'इसमें' होते देखा है
कौड़ी फेंकी पाँसा इतउत पड़े,यदि योग न हो
तबभी प्रिय से रंज या खारिश की बात नहीं है
मुक़द्दसचाक पे चढ़ घूमता घेरा बड़ा लगता है
है कर्ज बड़ा, तो चुकने में वख्त बड़ा लगता है
अभी ले रहा वो आपसे, ये उसकी मर्जी करम
न हारिये ! स्नेह की पूंजी जमा-खाते में डालिये
कर्म का लेन देन काल में ऐसे भी होते देखा है
देगा तो! समझ संग ये झोली कम पड़ जाएगी
संतुलन ! दो पलड़े बीच ऐसा भी होता देखा है
जन्मो का हिसाब किताब इसी में होते देखा है
रहमत तेरी मुश्किलें तेरी, जैसे चाहे नवाजे तू
नियामतों से इंसानी गरूर का वजन बढ़ता है
ऐवज में तेरे लेने से मगरूर का सर झुकता है
संतुलन दो पलड़े बीच, ऐसा भी होता देखा है
जन्मो का हिसाब किताब 'इसमें' होते देखा है
कौड़ी फेंकी पाँसा इतउत पड़े,यदि योग न हो
तबभी प्रिय से रंज या खारिश की बात नहीं है
मुक़द्दसचाक पे चढ़ घूमता घेरा बड़ा लगता है
है कर्ज बड़ा, तो चुकने में वख्त बड़ा लगता है
अभी ले रहा वो आपसे, ये उसकी मर्जी करम
न हारिये ! स्नेह की पूंजी जमा-खाते में डालिये
कर्म का लेन देन काल में ऐसे भी होते देखा है
देगा तो! समझ संग ये झोली कम पड़ जाएगी
संतुलन ! दो पलड़े बीच ऐसा भी होता देखा है
जन्मो का हिसाब किताब इसी में होते देखा है
Its a Hindi poetry based on giving and takes of destiny on larger scale, any query kindly ask
1-
Weigh scale your calculation deal all yours
grace is your difficulties yours as you wish
2-
Giving gifts by you human get more egoistic
Instead, when you take back, ego get down
3-
Balancing between two plates also seems alike
dealings of births get settled in the present life
4-
After effort, no results, n get not positive results
yet don't cradle grudge towards your's beloved
5-
Your karma rotation on time wheel looks bigger
if your loan big also takes time to pay off to thy
6-
If he is on taking back from you, it's his wish
don't feel ennui, carry on drop love in account
7-
The dealing of karma ..some time seems alike
when thy pay-on confused your bag get short
8-
Balance among two weigh-plates seems alike
the happening of paying in births settle in life
1-
Weigh scale your calculation deal all yours
grace is your difficulties yours as you wish
2-
Giving gifts by you human get more egoistic
Instead, when you take back, ego get down
3-
Balancing between two plates also seems alike
dealings of births get settled in the present life
4-
After effort, no results, n get not positive results
yet don't cradle grudge towards your's beloved
5-
Your karma rotation on time wheel looks bigger
if your loan big also takes time to pay off to thy
6-
If he is on taking back from you, it's his wish
don't feel ennui, carry on drop love in account
7-
The dealing of karma ..some time seems alike
when thy pay-on confused your bag get short
8-
Balance among two weigh-plates seems alike
the happening of paying in births settle in life
,
24/10/2017 - 14:45pm, 9 minutes ago
No comments:
Post a Comment