Friday 13 October 2017

मेरे बावरे

ॐ 
लोग कहेंगे पगला है चुप हो जा मेरे बावरे 
क्यूँ कहे तूने देखा आज सूरज पहली बार 

चमक चमकीली ऐसी न छिप सका अँधेरा  
ये भी के उठ 'आवरण' से ऊपर मुझे देखा 

तब देखा नग्न आँख से,  वो दृश्य अलबेला  
क्यूँ बातें करता ऐसी पगला तुझे लोग कहे 

जो कहा तो,देखा तूने, झूठ क्या तू जाने न 
मैं जानू मैं ही तो वो हूँ जिसको तूनेदेखा है

मौन कर ध्यान धर मेरा सायना प्यारा है तू 
मेरे दिल का टुकड़ा तू ही, राजदुलारा तू है 


Lata 13-10-2017

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