Tuesday, 23 February 2016

चलो ! आज हम भी झुनझुना बजाएं

चलो ! आज हम भी झुनझुना बजाएं 

थोड़ी आवाज बना थोड़ा स्वर फैलाएं 
अल्लाहु जीसस जय श्री राम के तीर 
और समुद्र की छाती पे पत्थर तैराये

चलो ! आज हम भी झुनझुना बजाएं ..................

रेत में उगे खारे खरपतवार हाथ में ले 
टंकार जयघोष की हुंकार संगठित हो 
एक दूजे की गर्दन को निशाना बनाये 

चलो ! आज हम भी झुनझुना बजाएं ..................

अपने  ही खेत अपने ही लहू सींचे हम  
लाल और स्वस्थ सेब/अनार/ चुकंदर  
इक अनोखी ! खुनी फसल उगाएं हम   

चलो ! आज हम भी झुनझुना बजाएं ..................

इस खुनी त्यौहार में आमोद प्रमोद हो 
रंगो के छींटे उड़े , होली का त्यौहार हो 
सत्युग द्वपर को इकसाथ तै करे हम  

चलो ! आज हम भी झुनझुना बजाएं.....................

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