Saturday, 15 April 2017

" एक बार फिर "



मनुष्यों ने बीड़ा उठाया है की सब को वो बचाएंगे 
अपनी जां जोखिम में कर सम्मान सब बचा लाएंगे
human take a responsibility will save to all 
On the risk of own life rescue respect of all

जंगी दो हाथ कम थे, देह भी हथियारों से सजायेंगे
खरपतवार के नाम, इस युग में मिसाइल उड़ाएंगे
warriors two hands not enough,body also less with weapons 
In the name of knife-grass, On this era they will fly Missiles

दरिया किनारे सुसज्जित रक्षा को दो दल खड़े होंगे
बीड़ा उठाया इनने खुदको मिटा बाक़ी बचा लाएंगे

On the bank of river two  armed forces  are stand
they have  a decision  to become martyr they save to all 

रक्षा को आकुलों का परिणाम हम सयानो ने जाना
हा! सर्वांत हो तो, युगांत का कौनसा धर्म निभाएंगे
the end result of restless to safeguard, only we mature knows 
Oh ! if everything is on end  then which religion  will apply in the end of period 

क्यूँ भ्रमित होते कर्म सब! बचाएंगे किसे मिटायेंगे!
जब नेस्तानबूत हो दफन सब एक कैसे बचा पाएंगे
why you confused  Dear deeds ! to whom save  and  destroy 
if everything gets buried  and finished  how you can save One 


युगो में गूंजती रणभेरी कौन हारा किसको जिताएंगे
अल्हरामजीसू अब चलन में, पूर्वांश युगांती बताएंगे
The sound of war eco's  in periods, to whom defeat and who gets a victory right now Allah Ram and Jesus in fashion, before in prior period at that time warriors will tell.


Om pranam



© Lata 

16 - 04 -2017

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