अदृश्य!महान जननी तू है
तुझमे सुरक्षित नौ वर्ष मेरे
गर्भ में शरण संरक्षण संग
लालनपालन उपकार तेरा
ये अन्तराल बड़ा लगता है
मानो जन्म हुआ लगता है
Invisible Great Mother you are
My nine years saved Inside you
Refuge in a womb companion and Guardian
The upbringing of mine is alms-deed of yours
Looks the period quite wide
Appears Birth is taking place
गर्भकाल में पीड़ाये सघन
कसमसाहट निःसहाय थी
जीवन था, कोई म्रत्यु नहीं
इन्द्रिय सुप्त, भोजन श्वांस
निर्विघ्न वे, था बेपरवाह मैं
आज,जन्म हुआ लगता है
कसमसाहट निःसहाय थी
जीवन था, कोई म्रत्यु नहीं
इन्द्रिय सुप्त, भोजन श्वांस
निर्विघ्न वे, था बेपरवाह मैं
आज,जन्म हुआ लगता है
In Gestation pains was infinite
Uneasiness and helplessness were
Life It was, not any Death it is
Senses was in sleep, Food and breath-
Was hurdle less, I was Ignorant.
Today presuming to happen birth of mine
केंद्रित, शिशु, मौलिक हूँ
जुड़ा हूँ निजी जरूरतों से
आश्चर्य से भर देखता चहुँ
भाषा शोर से अभी दूर हूँ
सूर्यपुंज पा केआनंदित हूँ
आज,जन्म हुआ लगता है
जुड़ा हूँ निजी जरूरतों से
आश्चर्य से भर देखता चहुँ
भाषा शोर से अभी दूर हूँ
सूर्यपुंज पा केआनंदित हूँ
आज,जन्म हुआ लगता है
Centred, Newborn, substantive I am
Connected with personal needs
Looking with a surprise around
Quite away from language noise
To get Source of light I am in Joy
Today Going to happen birth of mine
तेरी अनंत गर्भनाल से बंध
हर जन्म मे आभारी हूँ, माँ
वो आभास हर बार नया है
जन्मों-कथा फैली जन्मो में
हो उल्लास उत्सव उन्माद
आज, मौन जन्मा लगता है
हर जन्म मे आभारी हूँ, माँ
वो आभास हर बार नया है
जन्मों-कथा फैली जन्मो में
हो उल्लास उत्सव उन्माद
आज, मौन जन्मा लगता है
Tide with your's Infinite Umbilical cord
In every birth Mother, I am in gratitude
That feeling each time is new
Births stories spread in births
Become Joy Festivals and madness
Today appears Silence takes birth
Births stories spread in births
Become Joy Festivals and madness
Today appears Silence takes birth
इस पल निर्बोध मासूम सा
वनदेवी की गोद में शैशव
निर्दोष अठखेलिया करता
सुवासित जंगलफूल खिला
ये जीवन नया सा लगता है
आज, जन्म हुआ लगता है
वनदेवी की गोद में शैशव
निर्दोष अठखेलिया करता
सुवासित जंगलफूल खिला
ये जीवन नया सा लगता है
आज, जन्म हुआ लगता है
This moment Innocent unaware
Childhood In the lap of Goddess of Forest
Faultless busy in play
Fragrant flower in forest blooms
Faultless busy in play
Fragrant flower in forest blooms
This life appears brand new
Today's feeling happen birth of mine
रोपित वे बीज उस माँ के थे
आँखें नम हुई क्यूँ यादो से
वो याद ज्यूँ का त्युं लगता है
मिलते बांधव उस जन्म के
कर्म-संबंध बाकी लगता है
आज, जन्म हुआ लगता है
आँखें नम हुई क्यूँ यादो से
वो याद ज्यूँ का त्युं लगता है
मिलते बांधव उस जन्म के
कर्म-संबंध बाकी लगता है
आज, जन्म हुआ लगता है
Attributed those seed of that mother
Eyes get wet from those memories
Past life clear in memories it seems
When to meet brothers of that life
Appears karma- relation balanced
Today's feeling happen birth of mine
सप्तदेह-वहनअर्थ जाना हूँ
जन्मे पलते गिर फिर मरते
बच रहते फिर भी जो शेष
पुनः पुनः वे ही जीवन पाते
उनसे सम्बन्ध समझ पाया
आज, जन्म हुआ लगता है
जन्मे पलते गिर फिर मरते
बच रहते फिर भी जो शेष
पुनः पुनः वे ही जीवन पाते
उनसे सम्बन्ध समझ पाया
आज, जन्म हुआ लगता है
Awared meaning ; Carry of seven bodies
Getting Birth, Nurtures , then falls, and Died
Still, Something left with me; whatever!
Repeatedly they get birth through me
Understand truly Relation with them
Today's feeling happen birth of mine
Getting Birth, Nurtures , then falls, and Died
Still, Something left with me; whatever!
Repeatedly they get birth through me
Understand truly Relation with them
Today's feeling happen birth of mine
© Lata
13-03-2017
सप्त धातुओं का बना स्थूल शरीर/ भौतिक शरीर प्रत्यक्ष है।
(1) स्थूल शरीर-The Etheric Body
(2) सूक्ष्म शरीर The Etheric Template Body
(3) कारण शरीर-The Astral level
(4)मानस शरीर-The Mental Body / emotional body
(5) आत्मिक शरीर-The Celestial Body
(6) देव शरीर -The Ketheric Template /Causal Body /cosmic body )
(7) ब्रह्म शरीर-वाडीनैस बॉडी।
(2) सूक्ष्म शरीर The Etheric Template Body
(3) कारण शरीर-The Astral level
(4)मानस शरीर-The Mental Body / emotional body
(5) आत्मिक शरीर-The Celestial Body
(6) देव शरीर -The Ketheric Template /Causal Body /cosmic body )
(7) ब्रह्म शरीर-वाडीनैस बॉडी।
छह चक्र और सातवाँ सहस्रार कमल।
छह चक्रों के नाम प्रसिद्ध हैं।-(1) मूलाधार चक्र (2) स्वाधिष्ठान चक्र (3) मणिपूर चक्र (4) अनाहत चक्र (5) विशुद्ध चक्र (6) आज्ञा चक्र। इनके उपरान्त सातवाँ सहस्रार चक्र
छह चक्रों के नाम प्रसिद्ध हैं।-(1) मूलाधार चक्र (2) स्वाधिष्ठान चक्र (3) मणिपूर चक्र (4) अनाहत चक्र (5) विशुद्ध चक्र (6) आज्ञा चक्र। इनके उपरान्त सातवाँ सहस्रार चक्र
कुछ मन की : ये तो यात्रा का वर्णन है , जिज्ञासा संभव है , तो होगा क्या ! तो यहाँ अंतिम एक ही लक्ष्य संभव है वो है आनंद का , मन से / स्थान से जहाँ वेदना अप्रभावी हो , जहाँ कालिमा अपना अंधकार का जाल न बढ़ा सके. पर ये सब संभव तो ज्ञानप्रकाश से ही है। वो भी अपने ज्ञान से ही संभव है। बस सब प्रयास आत्मतत्व को जगाने के इसीकारण की भावनाये और बुद्धि के प्रवाह ज्ञान के किनारों के बीच शांत हो बह सके। हैं न !
beautiful explaination thanks
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